अभिप्रेरणा की परिभाषाएँ ( Definitions of Motivation ) मनोवैज्ञानिकों ने अभिप्रेरणा की विभिन्न परिभाषाएँ दी हैं जिनमें से कुछ प्रमुख परिभाषाएँ अग्रांकित हैं-
( 1 ) सी . वी . गुड के अनुसार , – “ अभिप्रेरणा कार्य को आरम्भ करने , जारी रखने और नियमित करने की प्रक्रिया है । ”
” Motivation is the process of arousing , sustaining and regulating activity .” -C.V. Good )
( 2 ) वुडवर्थ के अनुसार ,- “ निष्पत्ति ( Achievement ) = योग्यता + प्रेरणा ” अर्थात् व्यक्ति की योग्यता अभिप्रेरणा पाकर ही विकसित होती है तथा योग्यता और प्रेरणा के संयोग से ही निष्पत्ति या उपलब्धि सम्भव होती है ।
( 3 ) मैक्डूगल के शब्दों में , –“ प्रेरणाएँ मनुष्य के भीतर की वे शारीरिक और मानसिक अवस्थाएँ हैं जो किन्हीं विशेष दशाओं में कार्य करने के लिए प्रेरित करती हैं । ”
” Motives are conditions , physiological and psychological in the organism that disposes it to act in certain ways . ” -Mc Dougall
( 4 ) ब्लेयर , जोन्स एवं सिम्पसन के अनुसार ,- “ अभिप्रेरणा एक प्रक्रिया है जिसमें सीखने वाले की आन्तरिक शक्तियाँ या आवश्यकताएँ उसके वातावरण में विभिन्न लक्ष्यों की ओर निर्देशित होती हैं । “
” Motivation is a process in which the learner’s internal energies or needs are directed towards various goal objects in his environment . ” ” -Blair , Jones and Simpson
( 5 ) लावेल के अनुसार ,- “ औपचारिक रूप से अभिप्रेरणा को एक ऐसी मनोशारीरिक या आन्तरिक प्रक्रिया के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो किसी आवश्यकता के द्वारा प्रारम्भ होती है तथा ऐसी क्रिया की ओर अग्रसर होती है जो उस आवश्यकता को सन्तुष्ट कर सकेगी ।”
” Motivation may be defined more formally as a physiological or internal process , initiated by some need , which leads to an activity will satisfy that need . ” -Lowell