भौतिक विज्ञान का क्षेत्र SCOPE OF PHYSICAL SCIENCE physical science/bhautikvigyan ke kshetra in hindi
Physical Science ke scope in hindi
भौतिक विज्ञान का क्षेत्र(SCOPE)
SCOPE OF PHYSICAL SCIENCE physical science/bhautikvigyan ke kshetra in hindi भौतिक विज्ञान(PHYSICAL SCIENCE) का क्षेत्र(SCOPE)बहुत व्यापक है इसकेके बारे मेंजितना बताया जाए उतना ही कम है |इस संसार में परिवर्तन प्रकृति का नियम है इस आधुनिक संसार मेंपरिवर्तन लाने का श्रेय विज्ञान को जाता है|विज्ञान के द्वारा इस आधुनिक संसार में परिवर्तन लाने का श्रेय उन महानविद्वान एवं विभूतियों कोजाता है ,जिन्होंनेअथक और अनवरत कठिन परिश्रम करके नई खोजकी और नई विधि प्रविधिसिद्धांतों अवधारणाओं का विकास कर इस नईदुनिया को निर्माण करने में अपनी महत्वपूर्णभूमिका निभाई है उन्हें वैज्ञानिक कहते हैं|
विज्ञान के विद्यार्थी और अध्यापक होने के नाते
हम सभी का दायित्व है कि भौतिक विज्ञान के
क्षेत्र के बारे में जानकारी हो जिसका प्रयोग हम
अपने उद्देश्य पूर्ण शिक्षण कार्य करने में कर
सकें | भौतिक विज्ञान के क्षेत्र के बारे में जानकारी
होने पर एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों को भौतिक
विज्ञान के क्षेत्र के बारे में बता सकेगा और विद्यार्थियों
को विज्ञान के किस क्षेत्र का क्या महत्व है बता सकेगा
और उनको यह परामर्श दे सकेगा कि आगे चलकर
विज्ञान के किस क्षेत्र मैं अध्ययन करें और उसका भविष्य
में क्या महत्वor scope है| आइए अब भौतिक विज्ञान के
क्षेत्र के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं-
आज का आधुनिक समाज भौतिक विज्ञान 9PHYSICAL SCIENCE0का क्षेत्र (scope) है ।
जो पूरी तरह से तकनीकी पर निर्भर है। इसका संक्षिप्त
विवरण निम्न प्रकार है-
कृषि के क्षेत्र में भौतिक विज्ञान(PHYSICAL SCIENCE)–
हम यह जानते हैं कि हमारा देश कृषि प्रधान
देश है जहां आधी से ज्यादा आबादी कृषि पर
काम करती है । कृषि के क्षेत्र में अच्छी फसल
उगाने के लिए खेतों में उर्वरक मिलाए जाते हैं।
रासायनिक उर्वरक में यूरिया अमोनियम सल्फेट
पोटाश इत्यादि सभी भौतिक विज्ञान की देन है।
कृषि में उपयोग किए जाने वाली कीटनाशक
ट्रैक्टर सिंचाई के लिए ट्यूबवेल हाइब्रिड बीज इत्यादि सभी भौतिक विज्ञान की देन है जो आज
कृषि के क्षेत्र में क्रांति ला दी है ।
आज के परिवहन तंत्र में जो विकास हुआ है यह सब
भौतिक विज्ञान की ही देन है। जिसके कारण आज
हमें दो देशों दो शहरों एवं दो स्थानों के बीच की
दूरी दूरी दूरी नहीं लगती हम लोग तुरंत बस ट्रेन
हवाई जहाज से कहीं भी किसी भी समय एवं
किसी भी स्थान पर आ जा सकते हैं।
संप्रेषण प्रणाली के क्षेत्र में भौतिक विज्ञान(PHYSICAL SCIENCE)–
संप्रेषण संसाधनों की सहायता से हम तुरंत किसी
भी व्यक्ति से बातचीत कर सकते हैं किसी भी
सूचना को प्राप्त कर सकते हैं। और आज की
संप्रेषण तकनीकी इतनी विकसित हो चुकी है
कि हम लोग आमने-सामने बातचीत कर
सकते हैं जैसा कि हम लोग एक स्थान पर ही बैठे हो ।
स्वास्थ्य की देखभाल और बीमारियों का
इलाज के क्षेत्र में भौतिक विज्ञान(PHYSICAL SCIENCE)–
आधुनिक चिकित्सा प्रणाली में आधुनिक
मशीनों का प्रयोग सफल इलाज करने मे
किया जाता है जो भौतिक विज्ञान की ही
देन है। जिससे असाध्य से असाध्य बीमारियों
का इलाज किया जा सकता है| जितनी प्रयोग
आने वाली उपकरण संसाधन तकनीकी एवं
दवाइयां सभी भौतिक विज्ञान की देन है।
आधुनिक नगर भवनों एवं सेतुओ के
निर्माण के क्षेत्र में भौतिक विज्ञान(PHYSICAL SCIENCE)–
आज के समय में आधुनिकभवनों,सेतु ,नगरों
,शहरों को बसाने का सबसे बड़ा योगदान भौतिक
विज्ञान का है । यह कहना गलत नहीं होगा कि
यह सब कुछ भौतिक विज्ञान में होने वाली प्रगति
और अनुसंधान कार्यों से ही संभव हो सका है आज
के अत्याधुनिक सीमेंट,सरिया,मशीन,उपकरण
भवन निर्माण के लिए उनका विकास भौतिक
विज्ञान में होने वाली प्रगति से ही हो पाया है ।
खाद्य पदार्थ का उत्पादन तथा खाद्य पदार्थों की
अत्याधुनिक संरक्षण तकनीकी के क्षेत्र में भौतिक विज्ञान(PHYSICAL SCIENCE)–
कृषि पशु पालन मछली पालन और मधुमक्खी पालन
इत्यादि सभी क्षेत्रों की विकसित तकनीकी में भौतिक
विज्ञान अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है विज्ञान ने
खाद्य पदार्थों के उत्पादन में वृद्धि की साथ ही साथ
इसके उत्पादन में किए जाने वाले मानव श्रम की
जटिलताओं को भी काफी कम कर दिया इसकी
मदद से आप लोग खाद्य सामग्री को लंबे समय
तक रख सकते हैं तथा संसार में कहीं भी इन
खाद्य पदार्थों को पहुंचाया जा सकता है।
जल संसाधन प्रबंधन तथा जल शुद्धीकरण
के क्षेत्र में भौतिक विज्ञान(PHYSICAL SCIENCE)-
भौतिक विज्ञान की प्रगति और विकास से जल संसाधन
की उचित प्रबंधन की तकनीकी विकसित हुई है इसी कारण
आज बड़े-बड़े बांधों का निर्माण तथा वितरण के द्वारा से
खेतों की सिंचाई की व्यवस्था हो पाई है। इसकी मदद
से पीने के पानी की व्यवस्था भी हो सकी है।
आज हम जो शुद्ध जल पीने के लिए प्रयोग करते हैं
यह सब भौतिक विज्ञान की तकनीकी द्वारा विकसित
शुद्धीकरण मशीन के द्वारा संभव हो सका।
कार्यस्थलों में जटिल मानवश्रम के क्षेत्र में भौतिक विज्ञान (PHYSICAL SCIENCE)–
आज के युग में मनुष्य को कठिन कार्य से स्वतंत्रता मिल गई जिसका
श्रेय भौतिक विज्ञान जाता है। चाहे रसोई हो खेत खलिहान फैक्ट्री
दुकान दफ्तर तथा सभी औद्योगिकरण के सभी के काम में श्रम
जटिलता से मुक्ति मिल गई है।भौतिक विज्ञान की प्रगति के द्वारा
आज के समय में छोटी सी लेकर बड़ी मशीनों का प्रयोग करके
मानव श्रम को इतना कम कर दिया गया है की केवल बटन
दबाते कार्य ही हो जाता है
मनोरंजन के साधन(PHYSICAL SCIENCE)–
आज के युग में मनोरंजन के साधन तकनीकी रूप
धारण कर रही है जैसे टीवी रेडियो तेरी जान वीडियो
फिल्म कैमरा कंप्यूटर जनित गेम तथा इंटरनेट सुविधाएं आदि।
युद्ध के क्षेत्र में भौतिक विज्ञानPHYSICAL SCIENCE–
भौतिक विज्ञान युद्ध के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भौतिक विज्ञान युद्ध के क्षेत्र में अनेक तकनीकी खोज कर
(जैसे गन मशीन टैंक मिसाइलें परमाणु बम लड़ाकू विमान आदि )
युद्ध क्षेत्र में क्रांति ला दी।
भौतिक विज्ञान (PHYSICAL SCIENCE)का क्षेत्र व्यवसाय के क्षेत्र में –
आज की इस तकनीकी युग में किसी समुदाय विशेष के
द्वारा या ग्रामीण एरिया में निवास करने वाले लोगों के
द्वारा परंपरागत समाज द्वारा बनाए गए पुराने व्यवसायियों
का कोई अस्तित्व नहीं रह गया है और ना ही कोई इनकी
आवश्यकता क्योंकि इस तकनीकी युग में यह परंपरागत
कार्यशैली बहुत धीमी होती हैं जिसे करने में अधिक
समय और अधिक श्रम लगता है । इसलिए इस युग
में भौतिक विज्ञान का ज्ञान प्राप्त कर ही आगे बढ़ा जा सकता है ।
भौतिक विज्ञान का क्षेत्र इतना बड़ा है कि इनसे संबंधित
व्यवसाय की सूची बनाना बहुत कठिन है अतः यहां पर
हम महत्वपूर्ण विषयों का उल्लेख करेंगे।
1- इंजीनियरिंग की अनेक शाखा जैसे- मैकेनिकल ,सिविल,
इलेक्ट्रॉनिक्स,केमिकल,ऑटोमोबाइल,आर्किटेक्चर ,थर्मलपावर, टेलीकम्युनिकेशन खाद्यइंजीनियरिंग माइनिंग इंजीनियरिंग
आदि अनेक शाखाएं हैं ।
2- भौतिक विज्ञान विषय में विद्यालय महाविद्यालय एवं
विश्वविद्यालय स्तर पर शिक्षण एवं प्रशिक्षण का कार्य किया जाता है ।
3- भौतिक विज्ञान में विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी
संगठनों पर किए जाने वाला अनुसंधान कार्य।
4- अन्य नौकरिया एवं स्वरोजगार-
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ऑटोमोबाइल उद्योग में
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वस्त्र बुनाई उद्योग में
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खाद्य सामग्री का भंडारण व संरक्षण उद्योग में
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पैकेजिंग एवं प्रोसेसिंग उद्योग में
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फाइबर उद्योग हाथ घड़ी एवं दीवार घड़ी बनाने वाले उद्योग में
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फोटोग्राफिक समाज के निर्माण उद्योग में
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पदार्थ का पुनर्चक्रण करने वाले उद्योग में
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विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक से संबंधित उद्योग मे
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Recycling उद्योग में
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घड़ी उद्योग में
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खाद्य उद्योग में
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ऑप्टिकल उपकरण बनाने की उद्योग में
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धातु और मिश्रधातु उद्योग मैं
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कागज उद्योग में
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दवाई निर्माण उद्योग में
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दवाई विक्रय में
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इलेक्ट्रिशियन
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अग्निशमनकर्ता
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ऑप्टिशियन
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लेजर टेक्नीशियन
22.मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव
इत्यादि व्यवसाय को भौतिक विज्ञान के अध्ययन के बाद प्राप्त किया जा सकता है
इत्यादि व्यवसाय को भौतिक विज्ञान के अध्ययन के बाद प्राप्त किया जा सकता है